निकोला टेस्ला का 369 नियम किया है ?... || You-Know

निकोला  टेस्ला कोन थे ?... 

निकोला टेस्ला एक महान वैज्ञानिक थे जिसे समजना बहुत मुश्किल था | निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई 1856 में  स्किमडज़, क्रोमारोरिया में हुवा था  जब क्रोएशिया अस्ट्रो-हेटेली साम्राज्य का हिस्सा था जो यूरोप का एक देश है। लेकिन जैसा कि हम जानते हे 161 साल पहले, हमने दुनिया में ज्यादा प्रगति नहीं हुई  थी और उस समय क्रोएरिया (स्मिल्ज़ान), जो निकोला टेस्ला का जन्मस्थान था |निकोला टेस्ला उस के माता-पिता के चोथे बच्चे थे | पिता एक पादरी थे और उन की माँ एक गृहिणी थी | टेस्ला के एक बड़े भाई थे जिन का नाम डेन था और दो बड़ी बहने एंजिनिया और मिल्का थी और एक छोटी बहन मारिका थी ,ये निकोला टेस्ला का परिवार था |

                                  निकोला टेस्ला एक आविष्कारक ,मेकेनिकल ,इलेक्ट्रिकल और फिजिकल इंजिनियर थे | निकोला टेस्ला 86 की उम्र में कोरोनरी थ्रॉम्बॉयसिस के कारण 7 जनवरी 1943 में टेस्ला का निधन हुवा था | लेकिनउनकी भविष्यवाणियों ,अविष्कार और नियमो ने उन्हें आज भी जिन्दा रखा है ,निकोला टेस्ला 19 वी शताब्दी के महान आविष्कारकों में से एक थे ,लेकिन वो कभी अपने महान प्रतिद्वंद्वी थॉमस एडिसन जितने लोकप्रिय नहीं हुए | 

निकोला टेस्ला का 369 नियम किया है ?... 

 
                          निकोला टेस्ला का ये नियम ने। ब्रह्मांड के चाबी के बारे मे बताया था और। ब्रह्मांड की चाबी 369 नंबर है | निकोला टेस्ला का कहना था की यदि आप इन नंबर की भव्यता इनकी। अद्भुत शक्ति और इनके रहस्य को समझ पाए तो समझो अपने इस।  चाबी को खोज लिया है | इन नंबर को निकोला टेस्ला बहुत Religiously फॉलो करते थे ,और  नंबर को लेकर उनमे इतना जूनून था की लोग उन्हें सनकी भी कहा करते थे | 

निकोला टेस्ला अपनी ऑफिस की बिल्डिंग में इंटर होने से पहले उस बिल्डिंग के तीन चक्र लगाया करते थे कुछ खाने से पहके वह अपनी प्लेट को अट्ठारह नैपकिन से साफ किया करते थे | निकोला टेस्ला किसी होटल में रुकता तो उस होटल का नंबर 3 से पूरा डिवाइड होना जरुरी था वरना वह उस होटल में रुकते ही नहीं होटल या रेस्टोरेन्ट में वह टिप भी उतने ही देते थे जितने की तीन से डिवाइड हो सके जैसे 369 |  निकोला टेस्ला के अनुसार 369 से ही सब शुरू है और इसी नंबर पर समाप्त था | कुछ खरीदने से पहले प्राइस टैग पर लिखी किमत होभी वह पहले तीन से डिवाइड करके देखते थे | 

निकोला टेस्ला को लॉ ऑफ़ अट्रेक्शन पर बहुत विश्वाश था और वह इन नंबर को लॉ ऑफ़ अट्रेक्शन के साथ जोड़कर अपने जीवन में कई प्रयोग किया करते थे | अगर आप भी यह करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सीखनी होगी वह टेक्निक जो लो ऑफ अट्रैक्शन के 17 सेकंड सिद्धांत और इन नंबर्स को मिलाकर बनाई गई है लेकिन उससे पहले जान लेते हैं कि 369 को दिव्य नंबर क्यों कहा गया है | 

एक गोला 360 डिग्री का होता है

360 = 3+6 = 9

360 का आधा➡ 180 = 1+8 = 9

180 का आधा➡ 90 = 9

90 का आधा➡ 45 = 4+5 =9

45 का आधा➡ 22.5 = 2+2+5 = 9

22.5 का आधा➡ 11.25 = 1+1+2+5 = 9

और ऐसा आप जब तक चाहें अनंत तब करते रहें टोटल हर बार 9 ही आएगा।

Triangle = 180 degree (1+8+0 = 9)

Square = 360 degree ( 3+6+0 = 9)

Pentagon = 540 degree ( 5+4+0 = 9)

Hexagon = 720 degree ( 7+2+0 = 9)

Heptagon = 900 degree ( 9+0+0 = 9)

octagon = 1080 degree (1+0+8+0 = 9)

Decagon = 1440 degree (1+4+4+0 = 9)

इनके एंगल्स का जोड़ जो भी आएगा वह हर बार 9 आएगा इसके अलावा ऐसा बहुत कुछ है जो इस पोस्ट में बताना संभव नहीं है लेकिन रिसर्च में पाया कि 369 सच में अद्भुत नंबर हैं।

⏹ दोस्तों ये थी निकोला टेस्ला के बारे मे और उस के 369 नियम के बारेमे आज हमने जाना , दोस्तों आपको इस SITE  से कुछ जानने को मिला हो तो आप हमारे SITE को Follow करे |  You-Know.in 

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